बिना टेंडर काम का जांच के दौरान भुगतान, जांच में पुष्टि
16/06/2025 1:00 PM Total Views: 11149
ग्राम पंचायत महुअवां खुर्द, विकास खंड पथरदेवा, जनपद देवरिया में बिना टेंडर कराए गए भूमिगत नाली निर्माण में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय से मिली जांच आख्या में साफ कहा गया है कि संबंधित कार्य बिना निर्धारित प्रक्रिया के करवाया गया और भुगतान भी कर दिया गया जो नियमों की सीधी अनदेखी है।
इन्होंने कराई जांच
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शिकायतकर्ता अनिरुद्ध पांडेय ने ग्राम प्रधान और सेक्रेट्री साहिल पर जल जीवन मिशन की सीमेंटेड पाइप को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया था। इस मामले में जांच हेतु पूर्व में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद 4 जून 2025 को सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी व कंसल्टिंग इंजीनियर की संयुक्त टीम ने स्थलीय जांच की।
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जांच में सामने आए अहम तथ्य
जल जीवन मिशन की पाइप क्षतिग्रस्त शिकायत में बताई गई जल निगम की पाइप कटे हुए पाई गई। हालांकि यह पाइप निष्प्रयोज्य बताई गई और वर्तमान में इससे जल आपूर्ति नहीं हो रही है। 2. बिना टेंडर नाली निर्माण कार्य ” लुकारी के घर से पोखरी तक” वर्ष 2022-23 की कार्ययोजना में सम्मिलित है, लेकिन टेन्डर प्रक्रिया के कोई कागजात सचिव नहीं दे सके। साफ है कि बिना टेंडर ही निर्माण कराया गया।
वित्तीय अनियमितताएं
प्राक्कलन ₹1.436 लाख, भुगतान ₹1.40 लाख। बिना टेंडर के कार्य के 141058.00 रुपए का माप पुस्तिका बनाई गई, और 140238.00 रुपए का भुगतान किया गया।
निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल
07 सिल्ट कैचर स्लैब में से 02 टूटे हुए पाए गए।* निर्माण में प्राक्कलन अनुसार उपयोग की जाने वाली ईंट की बजरी (brick ballast) स्थल पर अनुपस्थित पाई गई।
क्या कहते हैं जांच अधिकारी
सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी श्रवण कुमार चौरसिया और कंसल्टिंग इंजीनियर की संयुक्त जांच में आरोप सही पाए गए हैं। उनके मुताबिक नाली निर्माण में न सिर्फ प्रक्रियात्मक लापरवाही, बल्कि गंभीर वित्तीय और गुणवत्ता से जुड़ी गड़बड़ियां हुई हैं।
होगी सख्त कार्रवाई
प्रतिलिपि जिला पंचायत राज अधिकारी को भेज दी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार मामले में कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है। संबंधित ग्राम प्रधान व सचिव पर अनियमितता, नियम विरुद्ध भुगतान, व कार्य गुणवत्ता में लापरवाही के आरोप प्रमाणित हो चुके हैं।
सीडीओ प्रत्यूष पाण्डेय ने कहा किसी भी दशा में धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। टेंडर कराए बिना जांच के दौरान भुगतान घोर वित्तीय अनियमितता है।

