संस्कृत हमारी आत्मा है इसके शब्द शब्द में परमात्मा का वास
08/12/2024 2:04 PM Total Views: 11239
देवरिया स्थित बैकुंठपुर संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यक्रम समिति सदस्य रजनी पांडेय ने संस्कृत और संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “संस्कृति हमारी आत्मा है और संस्कृत का हर शब्द परमात्मा का वास है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि आज संस्कृत को लोक सेवा आयोग और अन्य परीक्षाओं में शामिल कर इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे सरकार का एक दूरदर्शी और प्रशंसनीय कदम बताया।
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रजनी पांडेय ने कहा कि बैकुंठपुर संस्कृत विश्वविद्यालय में दूसरी बार आने का अवसर उन्हें सौभाग्य और आशीर्वाद के रूप में मिला। उन्होंने ठाकुर जी के मंदिर के धार्मिक वातावरण की सराहना करते हुए कहा, “यहां आकर मुझे दिव्य अनुभूति होती है, और संस्कृत के शब्दों से मुझे आशीर्वाद प्राप्त होता है।”
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उन्होंने संस्कृत के विकास और संरक्षण के लिए हरसंभव योगदान का आश्वासन दिया।
इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश चंद तिवारी, उद्योगपति एवं समाजसेवी बबलू तिवारी, पूर्व जिला अध्यक्ष विजय कुमार दुबे, पूर्व एमएलसी महेंद्र यादव, पूर्व विधायक प्रो. सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी, भूप नारायण शाही आदि मौजूद रहे। इस दौरान गुरु गोरखनाथ के मुख्य पुजारी रामानुज महाराज प्रमुख रूप से
उपस्थित रहे।
रजनी पांडेय ने आयोजनकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि संस्कृत और संस्कृति को बढ़ावा देने वाले इस तरह के आयोजन समाज को नई दिशा देने का कार्य करते हैं।

