यूपी लोक निर्माण विभाग में रेप और हत्या के आरोपी बाबुओं पर शिकंजा, SIT और होम को जांच की सिफारिश
09/12/2024 9:19 AM Total Views: 11263
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में रेप और हत्या के आरोपों से जुड़े तीन बाबुओं पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। इनपर आरोप है कि इन्होंने विभागीय और संघ की पदाधिकारी एक दलित महिला का दुराचार कर उसकी हत्या कर दी। यह आरोप नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भारत सिंह यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लगाया था।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर मामले की जांच के लिए प्रमुख अभियंता ने सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की। समिति की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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जांच और सिफारिशें
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तीन सदस्यीय टीम ने हत्या के मामले में गहन जांच के लिए गृह विभाग को और आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसआईटी गठित करने की सिफारिश की।
प्रमुख सचिव अजय सिंह चौहान ने सिफारिशों पर कार्रवाई करते हुए गृह विभाग और एसआईटी को पत्र भेजकर मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए हैं।
कार्रवाई से विभाग में हड़कंप
जिन बाबुओं पर आरोप लगे हैं, उनमें वीरेंद्र कुमार यादव, सुनील कुमार यादव, ओमप्रकाश पटेल और शिवकुमार शामिल हैं। इन पर यह भी आरोप है कि ये सभी पिछले 20 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात हैं।
लोक निर्माण विभाग में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। वहीं, विभाग में यह संदेश जा रहा है कि भ्रष्टाचार और अपराध में शामिल किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम की सख्ती का असर
मुख्यमंत्री लगातार विभागीय समीक्षा के दौरान गुणवत्ता और पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दे रहे हैं। इस कड़ी कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि दोषियों पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।

