लोक निर्माण विभाग में सलाहकार और दलाल के गठजोड़ से भ्रष्टाचार को बढ़ावा
22/02/2025 8:14 AM Total Views: 11160
लोक निर्माण विभाग (PWD) में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े और अधिकारियों व कर्मचारियों को ब्लैकमेल करने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। एक शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आशीष दीक्षित नामक एक व्यक्ति, जो कथित रूप से दलाल के रूप में कार्य करता है, इसने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को ब्लैकमेल करके करोड़ों रुपये के ठेके हासिल किए हैं।
शिकायतकर्ता साईम अजर (सारिम अंजर) पुत्र अंजर नियाज ने आरोप लगाया है कि श्री आशीष दीक्षित ने वीके. सिंह, तत्कालीन प्रमुख अभियंता (अब तकनीकी सलाहकार) पर दबाव डालकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर श्रीमती शालिनी दीक्षित के साथ खुद का पंजीकरण कराया। इस फर्जी पंजीकरण के माध्यम से प्रदेशभर में अधिकारियों के तबादलों और मार्गों की एसएलसी जांच कराने के नाम पर धमकाकर, अनुचित लाभ लिया गया। हाल ही में, इनके कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर कराये गये पंजीकरण एवं नवीनीकरण को निरस्त कर दिया गया है।
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महिला कर्मियों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों का आरोप
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शिकायत में यह भी कहा गया है कि आशीष दीक्षित मुख्यालय में तैनात महिला कर्मचारियों को अपमानित करता है और उन पर अभद्र टिप्पणियां करता है। वह अधिकारियों के कक्षों में जाने वाली महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, जिससे विभागीय कार्यप्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
पुलिस कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ता ने अनुरोध किया है कि आशीष दीक्षित के खिलाफ पास्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए और कार्यालय में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए। साथ ही, फर्जी पंजीकरण के जरिए की गई निविदाओं की निष्पक्ष जांच कर सरकारी क्षति की वसूली करने की भी मांग की गई है।
विभागीय संज्ञान और जांच की प्रक्रिया
लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय-2 के मुख्य अभियंता पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फर्जी पंजीकृत फर्मों की निविदाओं की जांच को दबाव में आकर रोका। विभागीय संज्ञान लेते हुए शिकायत की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।

