भाजयुमो देवरिया के जिलाध्यक्ष ने अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह की मनमानी को लेकर प्रदेश नेतृत्व को लिखा पत्र
05/04/2025 4:27 PM Total Views: 11257
- जिलाध्यक्ष द्वारा मनमाने ढंग से नियुक्ति पर उठाए सवाल, कहा – 15 वर्षों की सेवा पर लगाया गया आघात
लखनऊ/देवरिया। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) देवरिया के जिलाध्यक्ष प्रवीण प्रताप मल्ल ने प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी को पत्र लिखकर हाल ही में देवरिया में हुई जिला बैठक में की गई नियुक्ति प्रक्रिया पर गहरी आपत्ति जताई है।
पत्र में प्रवीण मल्ल ने आरोप लगाया है कि भाजपा जिलाध्यक्ष देवरिया भूपेन्द्र सिंह द्वारा दिनांक 02 अप्रैल 2025 को आयोजित जिला बैठक में उन्हें ‘निष्क्रिय’ बताते हुए सुधांशु रंजन मिश्र को मनमाने ढंग से भाजयुमो का नया संयोजक घोषित कर दिया गया, जो कि पार्टी की परम्परागत प्रक्रिया और युवा मोर्चा के नियमों के सर्वथा विपरीत है।
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उन्होंने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि पिछले 15 वर्षों से वह पूर्ण निष्ठा के साथ पार्टी और युवा मोर्चा के लिए कार्य करते आ रहे हैं और इस प्रकार की एकतरफा घोषणा उनके आत्मसम्मान पर ठेस पहुंचाने वाली है।
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प्रवीण मल्ल ने यह भी कहा कि न तो इस कथित नियुक्ति के संबंध में भाजयुमो के प्रदेश या क्षेत्रीय नेतृत्व से कोई परामर्श किया गया और न ही उन्हें कार्य की दिशा को लेकर कभी कोई आपत्ति या फीडबैक जिलाध्यक्ष द्वारा दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब पिछले लोकसभा चुनावों के बाद युवा सम्मेलन के लिए भेजे गए पार्टी फंड एक लाख रुपए को लेकर सवाल उठे थे। प्रवीण मल्ल ने स्पष्ट किया कि युवा सम्मेलन की संपूर्ण व्यवस्था सांसद प्रत्याशी शशांक मणि त्रिपाठी की ओर से की गई थी और उसमें उनका तथा उनकी टीम का निजी योगदान था।
उन्हें यह भी शिकायत है कि 02 अप्रैल की बैठक में उनकी अनुपस्थिति (जिसके लिए उन्होंने पहले से जिलाउपाध्यक्ष और जिलामंत्री को प्रतिनिधि के रूप में भेज दिया था) का अनुचित लाभ उठाकर उन्हें निष्क्रिय घोषित कर दिया गया।
अपने पत्र में उन्होंने भावुक होकर लिखा है कि “क्या पार्टी में इतने वर्षों की निष्ठावान सेवा का यही परिणाम होता है?” उन्होंने पार्टी नेतृत्व से उचित हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की अपील की है।
इस मामले की शिकायत उन्होंने प्रदेश उच्च पदाधिकारियों से की है।
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