लोक निर्माण विभाग की एसोसिएशन में ‘तुगलकी राज’ दो साल से लोकतंत्र बंधक, गुंडई से बनाए पदाधिकारी, अब भी पत्राचार जारी
05/05/2025 11:35 PM Total Views: 11246
- प्रत्याशी बोले—पर्चा भरने से पहले मारपीट, सेवानिवृत्त पदाधिकारी संगठन की मोहर से कर रहे लेनदेन
लखनऊ। लोक निर्माण विभाग (PWD) में मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन सर्किल ऑफिसेस संवर्ग का चुनाव विवादों में घिर गया है। आरोप हैं कि पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार यादव और महामंत्री जे.पी. तिवारी (अब सेवानिवृत्त) ने संविधान को ताक पर रखकर न केवल अवैध कार्यकारिणी गठित की बल्कि प्रत्याशियों को नामांकन तक दाखिल नहीं करने दिया।
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पीड़ित प्रत्याशियों सलिल सिंह यादव और मोहम्मद मुजफ्फर हनीफ ने प्रमुख अभियंता (विकास) व प्रमुख अभियंता (परियोजना एवं नियोजन) को पत्र भेजकर पूरी घटना की जांच और निष्पक्ष चुनाव की मांग की है।
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15 दिन में करा लिया ‘मनमाना चुनाव’, प्रत्याशियों को नहीं मिला नामांकन पत्र
वर्ष 2023 में जून माह में चुनाव की अचानक घोषणा
केवल 15 दिन में चुनाव की पूरी प्रक्रिया समाप्त
नामांकन फॉर्म खरीदने गए सलिल सिंह यादव से कथित रूप से गाली-गलौज और हाथापाई
10वां वृत्त कार्यालय में नहीं दिया गया पर्चा, कहा गया “पहले अध्यक्ष-महामंत्री से बात करो”
FIR दर्ज कराने की कोशिश, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
सलिल सिंह ने घटना की जानकारी 112 पर कॉल कर पुलिस को दी और हजरतगंज थाने में एफआईआर के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया । लेकिन अब तक मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई।
चुनाव अधिकारी ने भी नहीं दिया साथ
चुनाव अधिकारी (जो कि स्वयं तत्कालीन अध्यक्ष सुनील यादव के मित्र बताए जा रहे हैं) को 24 मई 2023 को पत्र देकर सहयोग की अपील की गई, लेकिन उन्होंने मौखिक रूप से केवल इतना कहा, “सलिल, तुम्हारे साथ गलत हो रहा है।” इसके बावजूद पर्चा नहीं दिलाया गया।
‘निर्विरोध चुनाव’ का नाटक
प्रत्याशियों को पर्चा ही न देकर पूरी कार्यकारिणी को निर्विरोध घोषित कर दिया गया। फूल-मालाएं पहनकर कार्यालय में विजय रैली निकाली गई और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मखौल उड़ाया गया।
सेवानिवृत्त पदाधिकारी आज भी कर रहे पद का दुरुपयोग
जे.पी. तिवारी, जो अब सेवा में नहीं हैं, संगठन के लेटरहेड पर पत्राचार कर रहे हैं
स्थानांतरण नीति का हवाला देकर जनपद स्तर पर लाभ पहुंचाने की कोशिश
संगठन के नाम पर फर्जी प्रतिनिधियों के जरिए पदोन्नति और ट्रांसफर में धन वसूली के गंभीर आरोप
मताधिकार से 6 साल से वंचित कर्मचारी
प्रदेश के सैकड़ों वृत्तीय कर्मचारी विगत 6 वर्षों से वोट देने के अधिकार से वंचित हैं। संगठन पर काबिज तथाकथित पदाधिकारी लगातार अपने मनमाने निर्णय थोप रहे हैं और आवाज उठाने वाले कर्मचारियों की सदस्यता तक खत्म कर दी गई।
अब निष्पक्ष चुनाव की मांग
सलिल सिंह यादव और मुजफ्फर हनीफ ने मांग की है कि मई 2025 में अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी की निगरानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं। ताकि लोकतांत्रिक ढांचे को बहाल किया जा सके और कर्मचारियों को फिर से मताधिकार मिल सके।

